दमा (Asthma)के लक्षण, बचाव और रामबाण घरेलू नुस्खे:-
जब फेफड़ों में जकड़न एवं संकुचन होने के कारण साँस लेने में तकलीफ हो तो दमा (Asthma)की स्थिति कहलाती है | ज्यादातर यह रोग अधिक उम्र के लोगों में होता है यह रोग अनुवांशिक भी हो सकता है दमा(Asthma) रोगियों के लिए बदलता मौसम बड़ा खतरनाक होता है क्योंकि मौसम बदलने के बाद जो धुल उडती है उससे दमा (Asthma)रोगियों में पनपने-फैलने का मौका मिल जाता है
वातावरण के प्रदूषित होने के कारण भी दमा के रोगी बढ़ रहे है आज के बदलती जीवन शैली और प्रदुषण भी इसका कारण है यह तकलीफ कभी कम तो कभी ज्यादा घटती-बढती रहती है कभी-कभी खांसी के साथ कफ निकलता है तो रोगी को आराम मिलता है और बलगम न निकले तो रोगी का हाल बेहाल हो जाता है आज के दौर में कुछ आयुर्वेदिक ओषधियाँ दमे में काफी राहत देती है
दमा के लक्षण -साँस फूलना,बार-बार खांसी चलना,खांसी के साथ कफ न निकलना,छाती में जकड़न होना,बेचैनी होना
बचाव के उपाय – धुल,मिटटी,धुँआ,भरे क्षेत्रों और प्रदुषण वाले एरिया में न जाए और जाए तो मुँह पर कपडा या रुमाल से ढककर जाए