कोलेस्ट्रोल (Cholesterol)का सफाया कीजिये और हार्ट-अटेक,ब्रेन अटेक,लकवा जैसी गंभीर बीमारियों से बचिए

कोलेस्ट्रोल (Cholesterol)का सफाया कीजिये और हार्ट-अटेक,ब्रेन अटेक,लकवा जैसी गंभीर बीमारियों से बचिए

आज हम आपकों कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol)के विषये में अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले है। मनुष्य में फलने वाली यह सबसे तेज बीमारी मानी जाती है जिससे भारत के लगभग 70 से 80 प्रतिशत लोग ग्रसित है।आजकल के दोर में हर एक व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त होता जा रहा है,और हजारो लाखो रूपए इन बीमारियों को ठीक करने में खर्च कर रहा है मगर व्यक्ति एक बार भी अपने देनिक दिनचर्या में झांककर नही देखता की आखिर वो ऐसा क्या खा रहा है जिससे उसको ये सब दुख तकलीफे झेलनी पड़ रही है। आज हमारी लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल गई है हम अच्छे से अपने खाने पीने पर ध्यान ही नही दे पाते है। भोजन की सही समज नही होने के कारण हमारे शरीर में गंद जमने लगती है और ये अन्दर जमने वाली गंदगी ही रोग उत्पन करती है उसी में से एक है कोलेस्ट्रोल

कोलेस्ट्रॉल क्या है?

कोलेस्ट्रॉल एक मोम के जैसा चिकना पदार्थ होता है जो लीवर दुवारा उत्पन्न होता है। हमारे शरीर में 70% कोलेस्ट्रॉल लीवर ही उत्पन्न करता है। बाकि का 30% हमारे दुवारा खाए गये भोजन से प्राप्त होता है, कोलेस्ट्रॉल का मुख्य काम कोशिकाओ (सेल्स) को बनाना और सूरज से विटामिन डी लेना होता है। यह शरीर के लिए उतना ही जरूरी होता है जितना की खून। हमारे शरीर में तीन प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होते है लेकिन ज्यादातर लोगो को सिर्फ दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल के बारे में ही पता है। पहला LDL कोलेस्ट्रॉल- यानि लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन जिसे बेड कोलेस्ट्रॉल भी कहते है, यह आर्टरीज में क्लॉट जमा कर देता है , जिसकी वजह से हार्ट अटेक और हार्ट स्टोक का खतरा बड़ा जाता है। हमारे शरीर में LDL कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा होने पर यह रक्त नली(आर्टरीज) की दीवार पर क्लॉट जमा करने लगता है जिसकी वजह से रक्त का बहाव शरीर में सही तरीके से नही हो पाता है और हृदय को बराबर मात्रा में रक्त ना मिलने पर हार्ट-अटैक जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है। जिस कारण इस कोलेस्ट्रॉल को सबसे ज़्यादा नुक़सानदायक माना जाता है।

क्या खाने से LDL कोलेस्ट्रॉल ज्यादा बढ़ता है?

सबसे जादा LDL डीप फ्राइड चीजो और नॉनवेज में पाया जाता है,इसके अलावा मेदा , घी ,बटर ,केक ,मीठा , डालडा , सिगरेट और शराब पिने से भी कोलेस्ट्रॉल तेजी से बड़ता है। दूसरा होता है HDL कोलेस्ट्रॉल हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन- जिसे Good कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है ये हमारी आर्टरीज में से LDL कोलेस्ट्रॉल को दूर करता है, HDL कोलेस्ट्रॉल आर्टरीज में जाकर LDL कोलेस्ट्रॉल को लीवर में भेज देता है और लीवर से होता हुआ LDL कोलेस्ट्रॉल बाहर निकल जाता है। इस कोलेस्ट्रॉल को एक उदहारण से समझे,जैसे एक बुरा व्यक्ति है जो चारों तरफ कचरा फेलाता है और रास्ते को गन्दा कर देता है, और एक तरफ एक अच्छा व्यक्ति है जो रास्तो के सभी कचरों को उठाकर रास्ते को साफ़ करता है,इसमें जो बुरा व्यक्ति है वो LDL है और जो अच्छा व्यक्ति है वो HDL है। जब LDL (बेड कोलेस्ट्रॉल) आर्टरीज में जमकर खून के प्रवाह को रोक देता है तब HDL का काम आर्टरीज में जमे उस गंदे कोलेस्ट्रॉल को साफ़ करके खून के प्रवाह को सही करना है और तीसरा है VLDL (वैरी लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन) यह कोलेस्ट्रॉल मुख्य तौर पर दिल की बीमारियों का कारण है। इस वजह से VLDL को LDL से भी अधिक नुक़सानदायक माना गया है। शरीर में जब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो हमें गंभीर बिमारियों का सामना करना पड़ सकता है। जेसे Chest pain(सिने में दर्द) सिने में दर्द होना शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का एक मुख्य लक्षण है। जब आपके शरीर में खून की धमनियां कोलेस्ट्रॉल के जमने से सख्त हो जाती है, तो ऐसी स्थिति में आपकी धमनियां इतनी सिकुड़ जाती हैं कि खून दिल से अच्छी तरह से बह नहीं पाता है और जब आप एक्सरसाइज या कोई मेहनत का काम करते है तो आपके सिने में दर्द होता है।

Kidneys(गुर्दे में सुजन)

जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल के बनने से किडनी में खून सही ढंग से नही पहुच पाता है, तो इस स्थिति में आपके किडनी में सुजन आ जाती है। पैरो में तरल पदार्थ का निर्माण होना, उच्च रक्तचाप होना, किडनी का ख़राब होना और पेशाब का न आना, जेसी गंभीर बीमारी कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से होती है।

Stomach(पेट में दर्द)

जब पेट में खून का प्रवाह कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के कारन धीमा हो जाता है तो आपके नाभि के ऊपर वाले हिस्से में दर्द होना शुरू हो जाता है। खासतोर में दर्द खाना खाने के आधे घंटे बाद होता है। यदि आपकी नसे पूरी तरह ब्लाक हो चुकी है और पेट तक खून नही पहुँच पा रहा है तो आपको घंटों तक पेट दर्द रहेगा और ऐसी स्थिति में आपको सर्जरी भी करवानी पड़ सकती है जिसमे आपके लाखों रूपए तक खर्च हो सकते है,इसलिए आप इस बात का जरुर ध्यान रखे।

Gallstones(पित्त की पथरी)

पित्त की पथरी का होना भी कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का एक लक्षण है। जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा बढ जाती है तो वे पित्ताशय की थैली में जाकर जमने लगता हैं और धीरे धीरे पथरी का रूप ले लेता है, जिसके कारन आपके पेट के दाहिने तरफ पसलियों के निचे दर्द होना शुरू हो जाता है। यदि इसका सही समय पर इलाज नही किया गया तो यह पित्ताशय को पूरी तरह ब्लाक कर देगा जिसके कारन आपके pancrease(अग्नाशय) में सुजन आ जाती है।

Liver(लीवर की समस्या)

हमारे शरीर में जो अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल बनता है लीवर उसे हटाकर पित्त लवण(bile salt) में परिवर्तित कर देता है। खून में कोलेस्ट्रॉल की ज्यादा मात्रा होना हमारे लीवर को भी ख़राब कर सकता है,लीवर में fat की मात्रा बढ़ने लगती है जिसके कारन यकृत रोग(fatty liver disease) होने का खतरा बढ़ जाता है।

Heart(दिल का दोरा)

बहुत ख़राब कोलेस्ट्रॉल का शरीर में होना अच्छी बात नही है और समय पर इसका कोई इलाज नही किया तो यह धीरे-धीरे दिल की नसों(arteries) की भीतरी दीवारों में जमना शुरू कर देता है जिससे दिल के दौरे होने की सम्भावना बढ़ जाती है । आप जान ही गए होंगे की कोलेस्ट्रॉल क्या है, यह शरीर में कैसे बढ़ता है, और इसके बढ़ने पर हमारे शरीर में कौन कोनसी बीमारी हो सकती है। अब हम आपको बताएँगे की ऐसी कौन कोनसी चीजो का सेवन किया जाए जिससे गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़े और बैड‬ कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम हो सके।

GOOD कोलेस्ट्रोल बढ़ाने के खाने की क्या चीजे उपयोगी है

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