अगर आपको पथरी(kidney stones) की समस्या है तो ये उपाय जरुर करें –
जिन लोगों के मूत्र में कैल्शियम अधिक मात्रा में बनता है। उनको पथरी(kidney stones) जल्दी होती है। यह भिन्न-भिन्न प्रकार के छोटे-छोटे क्षारीय तत्व होते है। जो किन्हीं कारणों से मूत्राशय तथा मूत्रनली से नहीं निकल पाते और धीरे-धीरे एकत्र होकर पथरी का रूप ले लेते है। पथरी होने के बाद जब व्यक्ति मूत्र त्याग करता है तो उसे दर्द होता है। ऐसे में मूत्र धीरे-धीरे और रूककर बाहर आता है।
इस बीमारी के उपाय निम्नलिखित है:-
1. चौलाई अथवा बथुआ के साग को अच्छी तरह धोकर पानी में उबाले और यह उबला हुआ पानी कपडे से छान ले तथा इसमें काली मिर्च , जीरा तथा जरा सा सेंधा नमक मिलाकर दिन में कई बार पिए कुछ ही सप्ताह में लाभ अवश्य मिलेगा।
2. चुकंदर को बारीक़ काटकर पानी में उबाले और वह पानी हल्का गुनगुना होने के बाद पिए तथा भोजन के साथ खीरा अवश्य खाये। सफ़ेद प्याज को कूटकर कपडे से उसका रस निकाल ले सुबह खाली पेट पिये इससे पथरी जल्द ही टूटकर खत्म हो जाएगी।
3. जीरे के पाउडर को शहद के साथ लेने पर पथरी घुलकर पेशाब के साथ निकल जायेगी। प्रात:काल खाली पेट कच्ची गाजर चबा – चबाकर खाने से पथरी में काफी आराम मिलता है।
4. सूखे आँवले का पाउडर बनाये और प्रात:काल खाली पेट मुली पर लगाकर चबा चबाकर खाये। अखरोट के छिलकों सहित पाउडर बना ले। 1-1 चम्मच चूर्ण सुबहे शाम ठंडे पानी के साथ ले।
5. इलाइची + शिलाजीत + पिपल तीनों बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना ले और इसमें आवश्कतानुसार मिश्री मिलाकर 1-1 चम्मच चूर्ण सुबह शाम सादे पानी के साथ ले। गाजर + चुकंदर + ककड़ी + खीरा इन सभी का 1/4 गिलास रस मिलाकर और हल्का सेंधा नमक मिलाकर प्रतिदिन पिये।
6. 1 तोला मेहँदी के हरे पत्तो को डेढ़ लीटर पानी में उबाले जब पानी एक चोथाई हो जाये तब छानकर पिये। मुली के बीजो का चूर्ण 1 चम्मच शहद में मिलाकर चाटें।
7. दो चम्मच करेले के रस में सेंधा नमक और जरा सा शहद मिलाकर चाटें। केले के तने का रस पथरी कान दर्द और पेशाब को नियंत्रित करता है।