मधुमेह (Diabetes) को करें जड़ से समाप्त इन उपायों से

मधुमेह (Diabetes) को करें जड़ से समाप्त इन उपायों से

आखिरकार ये शुगर (Diabetes) की समस्या है क्या ये जानना बहुत जरुरी है। हम आपको हर बार कहते है की बीमारी का उपचार ज्यादा जरुरी नही है ज्यादा जरुरी है बीमारी का कारण जानना।
क्योकि ये कारण ही एक ऐसा शब्द है जिसको अगर हम समझ लेंगे तो शायद कोई भी व्यक्ति बीमार न पड़े। शुगर भी एक ऐसी ही समस्या है जिसमे हमको पहले इसका कारण जानना है और फिर आगे का स्टेप लेना है।
आप सोच रहे होंगे की शुगर तो मीठा खाने से होती है और यही इसका सबसे कारण है। शुगर होने का असली कारण जब तक आप लोग नही समझेगे आपकी मधुमेह(डाईबीटीस) कभी भी ठीक नही हो सकती है।

शुगर मीठा खाने की वजह से नही होती है

इस बात को आप जल्द ही समझ जायेंगे। होता क्या है की जब हम भोजन करते है तो हमारा भोजन पेट में जाकर एक प्रकार के इंधन में बदलता है जिसे ग्लूकोज कहते है। यह एक प्रकार की शर्करा होती है। यही ग्लूकोज हमारे खून में मिलकर शरीर की लाखो कोशिकाओ में प्रवेश करता है और हमे ताकत और एनर्जी प्रदान करता है परन्तु इस शुगर को एनर्जी में बदलने के लिए हमारे शरीर में इन्सुलिन का होना जरुरी है। इन्सुलिन की मदद से ही ग्लूकोज कोशिकाओं तक पहुच पाता है। हमारे पेट के नीचे पेनक्रियाज यानि की अग्नाशय होता है जो हमारे शरीर में इन्सुलिन पैदा करने का मुख्य स्त्रोत होता है और अगर यह अग्नाशय ठीक तरह से काम नही करता तो शरीर में इन्सुलिन बनना कम हो जाता है जिसके कारण खून में मौजूद शुगर कोशिकाओ में नही पहुच पाती है और खून में ही रह जाती है और फीर यह शुगर जमा होकर बढ़ती ही जाती है जिससे हमारा शुगर लेवल हाई हो जाता है और फिर हमे diabetes की बिमारी हो जाती है। कुछ स्तिथियों में अग्नाशय बिलकुल ही काम करना बंद कर देता है, इस वजह से शरीर में इन्सुलिन बनना पूरी तरह से ही रुक जाता है ऐसी स्तिथि diabetes टाइप1 को जन्म देती है। जो लोग हेल्दी भोजन करते है और अच्छी जीवनशैली जीने के साथ साथ शारीरिक व्यायाम भी करते है उनका पेनक्रियाज यानि अग्नाशय हमेशा स्वस्थ बना रहता है और वे लोग चाहे जितना भी मीठा खा ले उन्हें डाईबीटीस की बीमारी नही होती है। बॉडी में मौजूद शुगर जब एनर्जी में कन्वर्ट नही होती है तो हमारा शरीर धीरे धीरे कमजोर होने लगता है जल्दी थकान हो जाती है और कभी कभी वजन भी घटने लगता है और हमारा इम्यून सिस्टम भी कमजोर होने लगता है। इस प्रकार की डायबिटीज ज्यादातर छोटे बच्चो या 20 साल के निचे तक के लोगो में पाई जाती है।

Diabetes को जड़ से ख़त्म कर देंगे यह 3 नुस्खे ⇐click करें

अब आते हैं diabetes टाइप-2 की ओर:- टाइप-2 diabetes वाले लोगो के शरीर में इन्सुलिन की मात्रा तो पर्याप्त होती है पर खून में वसा (गन्दा कोलेस्ट्रोल) बढ़ने की वजह से ये गन्दा कोलेस्ट्रोल हमारी कोशिकाओ के चारो और चिपक जाता है और खून में मोजूद जो इन्सुलिन है वो कोशिकाओं तक नही पहुँच पाता है। (इंसुलिन की मात्रा तो पर्याप्त होती है किन्तु इससे द्वारो को नहीं खोला जा सकता है, अर्थात पूरे ग्लूकोज को ग्रहण कर सकने के लिए रिसेप्टरों की संख्या कम हो सकती है) वो इन्सुलिन शरीर के किसी भी काम में नही आता है जिस कारण जब हम शुगर level चैक करते हैं तो शरीर में हमेशा शुगर का स्तर बढा हुआ ही होता है क्यूंकि वो कोशिकाओ तक नहीं पहुंची। अब आप समझ गये होगे कि मधुमेह का रिश्ता कोलेस्ट्रोल से है न कि शुगर से। ऐसी स्तिथि diabetes टाइप 2 को जन्म देती है, दुनियां भर में सबसे ज्यादा लोग इसी प्रकार के मधुमेह से पीड़ित है। अ ब आप ये सोच रहे होंगे की आखिर ये कोलेस्ट्रोल का क्या चक्कर है? कोलेस्ट्रोल एक तरह का वसा है जो की हमारे गलत खानपान की वजह से ये शरीर में बढ़ने लगता है ये एक प्रकार का चिपचिपा और गन्दा अवयव पदार्थ है। अगर आप रोजाना अपने भोजन में वसायुक्त चीजो का ज्यादा सेवन करते है या वसायुक्त भोजन करते है तो शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ती है और बढते बढते हमारे खून में मिल जाती है और हमारा खून गाढ़ा हो जाता है जिससे रक्त की नालिकाओ और कोशिकाओ में खून के थक्के जमने लगते है और ब्लोकेज की समस्या हो जाती है जिससे व्यक्ति को हार्ट अटेक शुगर की समस्या,हाई ब्लड प्रेशर,पेरालाइसिस,ब्रेन स्ट्रोक,लीवर ख़राब होना,किडनी ख़राब होना,आखो में अंधापन जैसी लगभग 110 बिमारिया खून में वसा(कोलेस्ट्रोल) बढ़ने की वजह से आती है।

आप यह सोच रहे होंगे की आखिर यह वसायुक्त चीजे कोन कोनसी है जिससे कोलेस्ट्रोल बढ़ता है?

अंडा, मॉस, मछली, डालडा, रिफाइन आयल, डेयरी उत्पाद, जंक फूड, पेस्ट्री, केक, आइसक्रीम, मीट भुजिया खाने में उपर से नमक डालकर खाना, ज्यादा कोफ़ी पीना, सफ़ेद शक्कर से बनी मिठाइयो का अधिक मात्रा में सेवन करना। इन्ही चीजो के अधिक सेवन से हमारे शरीर में वसा (फेट) की मात्रा बढ़ जाती है और हमे बीमारी का शिकार होना पड़ता है। तो इनसे आपको बचना है या बहुत ही कम मात्रा में इनका सेवन करना है। आपने यह तो जान लिया की किन किन चीजो के सेवन से हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल बढता है अब जानते है बढे हुए कोलेस्ट्रोल को कैसे कम किया जाए ताकि खून साफ़ हो सके और कोशिकाओं के चारो और चिपका कोलेस्ट्रोल दूर हो सके जिससे खून में मोजूद शुगर कोशिकाओ में प्रवेश करने लगेगा और हमे ताकत और एनर्जी मिलने लगेगी और धीरे धीरे हमारी शुगर की समस्या जड़ से ख़त्म हो जाएगी।

तो बिना समय गवाए अब जानते है इसके उपचार के बारे में:-

डायबिटीज (diabetes) को ठीक करने के लिये जो पहला नुस्खा है वो है गुडहल के पत्ते। गुडहल यानि हिबिस्कस का पेड यह आपको किसी भी गार्डन या नर्शरी में बहुत ही आसानी से मिल जाएगा। इस नुस्खे को बनाने के लिए गुडहल के 8 से 10 पत्तो को अच्छी तरह पीसकर एक चटनी बना ले फिर एक गिलास पानी में 3 से चार चम्मच चटनी को अच्छी तरह मिलाकर रात भर के लिए रख दे और फिर सुबह उठकर खाली पेट इस ड्रिंक का सेवन करे। गुडहल के पत्तो में फेरोलिक एसिड पाया जाता है जो diabetes की बिमारी में ज्यादा कारगर होता है। अगर आप इस नुस्खे का 15 दिन लगातार इस्तेमाल करते है तो आप देखेंगे की शुरुआत के केवल 10 दिन में ही आपका शुगर लेवल बहुत अच्छी तरह improve हो जाएगा और 15 दिनो में तो पूरी तरह कंट्रोल हो जायेगा।

इसके आलावा एक और बहुत ही असरदार नुस्खा है वह है सहजन के पेड़ के पत्ते -

यह भी बहुत ही आसानी से मिल जाने वाला पेड़ है। इस पेड़ में एक तरह की फली लगती है जिसको सुर्जने की फली भी कहा जाता है। इसे बनाने के लिए एक गिलास पानी के साथ एक कटोरी ताजी सहजन की पत्तियों को डाले और फिर इसे मिक्सर में चलाकर इसका एक जूस तैयार कर ले फिर एस जूस का सेवन रोजाना सुबह या शाम खाना खाने के आधे घंटे पहले करे और साथ ही इस ड्रिंक को लेने के 1 घंटे तक किसी भी दवाई का सेवन न करे। यानि की जिस टाइम आप अपनी दूसरी दवाइया लेते है उससे कम से कम एक घंटे पहेले या एक घंटे बाद ही इसका सेवन करना है। सहजन के पत्तो के अन्दर अस्कोबेरिक एसिड पाया जाता है जो हमारे शरीर में इन्सुलिन की मात्रा को प्राकृतिक रूप से तेजी से बढाता है जिससे हमारा ब्लड शुगर लेवल कम होता है और जो लोग रोजाना इन्सुलिन के लिए इंजेक्शन या दवाई ले रहे है उनके लिए यह प्राकृतिक इन्सुलिन की तरह है। इसमे फाइबर की मात्रा अधिक होती है जिससे यह हमारा मेटाबोलिजम और इम्न्युन सिस्टम मजबूत करता है और हमारे शरीर में कमजोरी को दूर करके ताकत प्रदान करता है। इस ड्रिंक का नियमित सेवन करने से टाइप-2 diabetes को जड़ से ख़त्म किया जा सकता है। इसके आलावा एक और नुस्खा है इसे बनाने के लिए आपको जरुरत होगी तेज पत्ता यानि की बे-लीव्स (Bay Leaves)। बेल के पत्ते ,जामुन के बीज और आखिर में मेथी दाने की। इस नुस्खे को बनाने के लिए बेल के पत्तो और जामुन के बीजो को धुप में रखकर अच्छी तरह सुखा ले और पूरी तरह सुख जाने के बाद इन्हें मिक्सर में अच्छी तरह चलाकर दोनों का पाउडर बना ले। इसके बाद 100 ग्राम जामुन के बीज में 150 ग्राम बेल के पत्तो का पाउडर मिलाये। फिर इसमे 50 ग्राम शुखे हुए तेज पत्तो का पाउडर डालकर 50 ग्राम मेथी दाने का पाउडर मिलाये। इस तरह इन सारी चीजो को मिलाकर एक चूर्ण तेयार हो जाएगा..इस चूर्ण का रोजाना सुबह-शाम (खाली पेट) 1 से डेड चम्मच खाना खाने से एक घण्टा पहले गरम पानी के साथ पिए। बेलपत्र के अन्दर एंटी बायोटिकप्रोप्टीज होती है जो की शरीर में शुगर की मात्रा को कम करती है। इसके आलावा जामुन के अन्दर भी एंटी ओक्सिडेंट प्रॉपर्टीज पाई जाती है और साथ ही इसमे अधिक मात्रा में फाइबर भी होता है ,जो डायबिटीज में चमत्कारी रूप से फायदेमंद साबित होता है। इस अद्भुत नुस्खे को पुराने समय से लोग इस्तेमाल करते आ रहे है और फायदा उठा रहे है और ये डायबिटीज की बीमारी को जड़ से ख़त्म करने के लिए अब तक का सबसे असरदार नुस्खा है। डायबिटीज की बिमारी शरीर में कोलेस्ट्रोल बढ़ने की वजह से होती है न की मीठा खाने की वजह से अगर आप भगवान् दुआरा बनाई गई कोई भी मीठी चीज खाना चाहते है तो निसंकोच खाइए पर एक बात का ध्यान रखे की चीनी और चीनी से बनी जितनी भी मिठाइया है उसका आप प्रयोग नही करेंगे क्योकि यह सफ़ेद धीमा जहर है जो अन्दर जाकर पचता नही है। अभी हम इसकी गहराई में नही जाना चाहते क्योकि ये विषय बहुत लम्बा हो जायेगा। अगर आप चीनी का इस्तेमाल करते है तो उसे तुरंत बंद कर दीजिये और उसकी जगह गुड खाना शुरू कीजिये क्योकि अगर आप गुड खाना शुरू करेंगे तो सारा पैसा किसी गरीब किसान को जाएगा और वो आत्महत्या करने के लिए विवश नही होगा। और अगर आप शक्कर खाते है तो सारा पैसा विदेशी कम्पनिया लेकर जाती है क्योकि ज्यादातर शक्कर बनाने वाली बड़ी बड़ी कम्पनिया विदेशी ही है इसलिए गुड खाइए और कभी बीमार मत पड़िये। और इस पोस्ट में बताये गये उपचार को आप जरुर करके देखे और खुद प्रयोग करके बाकि उन लोगो को भी बताये जिनको इसकी जरूरत है क्योकि देश में शुगर बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है और इसकी जानकारी हर व्यक्ति को होना बहुत जरुरी है चाहे उसे शुगर हो या नही। इसलिए इस पोस्ट को भी शेयर कर दीजिये ताकि यह जानकारी आगे बढ़ सके और अगर आपको हमसे कुछ पूछना है तो आप हमे कमेंट कर सकते है। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप इस लेख को जरुर शेयर कर दीजिये ताकि सब लोगो तक यह जानकारी पहुँच सके और वो अपना उपचार स्वयं कर सके। धन्यवाद !
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