त्वचा रोगों का इलाज -Treatment of skin diseases
(मुहांसे)
कारण –उष्ण, तेल युक्त,चटपटा आहार -विहार, कब्ज,एलोपैथिक दवाईयों का अत्यधिक सेवन।
चेहरे की त्वचा में रहने वाली सीबेसियस ग्लैंड्स का मुख बंद हो जाने के कारण यह बिमारी पैदा
होती हैं जब ये चेहरे पर होते हें तो चान्द सा मुखड़ा कुरूप हो जाता हें प्राय: किशोर युवक -युवतियों
को ज्यादा होता हें अंग्रेजी में इसे acne vulgaris कहा जाता हें जब इसमें एक्नी नामक जीवाणु
(acne bacillus) का संक्रमण हो जाता हें तो ये पक जाते हें और इनमें शोथ (सुजन),मवाद पैदा होना तथा दर्द इत्यादि शिकायतें हो जाती हैं।
उपचार –आंवलो का बारीक पिसा हुआ चूर्ण एक गिलास पानी में लेकर रात को भिगो दें भिगोने के लीए मिट्टी के कुल्हड़ का उपयोग करना ज्यादा श्रेष्ठ रहेगा सवेरे इसे छानकर आंवले के पानी से चेहरा धो लें,साथ ही आधा कप पानी पी जाएं नियमित रूप से यह प्रयोग करने से मुहांसो से शीघ्र ही मुक्ति मिल जाती हे आंवले का पानी पीते समय दो चम्मच शहद भी मिला सकते हैं।
(घमोरिया)
मिटटी के कुल्हड़ में एक गिलास पानी भर दें इस पानी में दो चम्मच आंवलों का चूर्ण डालकर रात भर रहने दे।
सवेरे आंवला के चूर्ण को पानी से अच्छी प्रकार से मथकर छान लें तथा इसमें खांड या मिश्री गोलकर सवेरे ही पी लें।
लाभ –(1)यह प्रयोग गमोरियो को शांत करने हेतु अचूक है।
(2)इससे भूख खुलकर लगने लगेगी।
(3) इसका सेवन करने वाला व्यक्ति बार – बार प्यास लगने तथा पानी पिने पर भी प्यास नहीं बुझने की शिकायतों से पूरी तरह मुक्त रहता हैं।
(पसीना अधिक आना)
इस शिकायत के प्रमुख कारण इस प्रकार हैं –
(1) उम्र के कारण पैदा हुई कमजोरी ,
(2) लम्बी बीमारी तथा (3) बुखार के बाद ।
उपचार – (1) आंवलो का पांच ग्राम चूर्ण एक चम्मच भर कर लें ले इसे शहद में मिलाकर
दिन में तीन चार बार चाट लें ठंडे एव गरम दोनों ही पसीने आने की शिकायतें दूर हो जायेगी।
(2)यही प्रयोग हाथ -पैरों में आने वाले पसीने के लिए भी रामबाण है।
(3)आंवले को पानी में उबालकर बनाये गये काढ़े से दिन में दो – तीन बार हाथ – पैर धोने से भी बार – बार
अधिकाधिक मात्रा में पसीने आने की शिकायतें दूर हो जाती हैं।
(खुजली)
50 मिली. ली.सरसों के तेल में 10 ग्राम आंवलो का बारीक पिसा हुआ चूर्ण मिला दें
इसको मलने से हर प्रकार की खारिश -खुजली शांत हो जाती हैं।
(झाईयाँ)-
हरे आंवलों को कदुकस कर लें इनको निचोड़ कर रस निकाल लें तथा यह रस गाय के कच्चे दूध में मिलाकर तथा इसमें
एक – दो चम्मच गुलाब जल मिलाकर फेसपैक तैयार कर लें तथा चेहरे की झाईयों पर आहिस्ता-आहिस्ता मलें नियमित
रूप से यह प्रयोग करते रहने से चेहरे की झाईयां दूर होने लगेंगी।
(घाव)- (1) आंवलों को पानी में उबालें उस पानी से घाव को धोएं इससे घाव जल्दी भरने लगेंगें।
(2)आंवलें का गूदा पानी में बारीक पीसकर साफ कपड़े की पट्टी पर यह पुल्टिस रखकर घाव पर बाँध दें नियमित रूप से पट्टी व पुल्टिस बदलते रहें घाव शीघ्र भर जाएँगें।